पन्ना वन क्षेत्र का इतिहास
पन्ना, जो कभी बुंदेलखंड क्षेत्र का हिस्सा था, ऐतिहासिक रूप से समृद्ध और प्राकृतिक संपदा से भरा हुआ है। इस क्षेत्र का नाम पन्ना रियासत से लिया गया है, जो 16वीं शताब्दी में स्थापित हुई थी। यह क्षेत्र अपने सागौन, बांस और वन्यजीव के लिए प्रसिद्ध है।
ब्रिटिश काल में, पन्ना के वनों का उपयोग लकड़ी और वन उत्पादों के लिए किया जाता था। स्वतंत्रता के बाद, इन वनों को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया। 1994 में, पन्ना टाइगर रिज़र्व की स्थापना हुई, जो अब भारत के प्रमुख बाघ अभयारण्यों में से एक है।
उत्तर पन्ना वन मंडल
उत्तर पन्ना वन मंडल लगभग 800 वर्ग किमी में फैला है। इसमें दो उपमंडल हैं: पन्ना और विश्रामगंज, और पाँच रेंज: पन्ना, विश्रामगंज, देवेंद्रनगर, अजयगढ़, और धर्मपुर।
इस क्षेत्र में कौवसेहा घाटी और अजयगढ़ के सागौन और बांस के जंगल प्रमुख आकर्षण हैं। यहाँ के वन्यजीव और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों और शोधकर्ताओं को आकर्षित करते हैं।
दक्षिण पन्ना वन मंडल
दक्षिण पन्ना वन मंडल का क्षेत्रफल 1800 वर्ग किमी है। यह सतना, दमोह, कटनी और छतरपुर जिलों से सटा हुआ है। इसमें छह रेंज शामिल हैं: सलेहा, काल्दा, पवई, मोहंद्रा, शाहनगर और रैपुरा। श्यामगिरी वन विश्राम गृह, जो 110 वर्षों से अधिक पुराना है, यहाँ का मुख्य आकर्षण है।
वन्यजीव और पर्यटन
पन्ना वन क्षेत्र बाघों, तेंदुओं, हिरणों, चीतलों, नीलगायों और विभिन्न पक्षी प्रजातियों का घर है। यहाँ का पन्ना टाइगर रिजर्व बाघ संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।
प्रमुख पर्यटक स्थल:
- पंडव गुफाएँ: प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध।
- केंन नदी: नाव सफारी और वन्यजीव देखने के लिए लोकप्रिय।
- कौवसेहा घाटी: अपने अद्भुत दृश्यों के लिए मशहूर।
वन विभाग अधिकारी
नाम | पद | पता | मोबाइल | ईमेल |
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श्री गर्वित गंगवार (IFS) | DFO उत्तर | उत्तर वन मंडल, पन्ना | - | dfotnpanna@mp.gov.in |
श्री अनुपम शर्मा (IFS) | DFO दक्षिण | दक्षिण वन मंडल, पन्ना | - | dfotspanna@mp.gov.in |
श्री आर.के.एस. चौहान | SDO पन्ना | SDO कार्यालय, पन्ना | 9424791151 | - |
श्री दिनेश कुमार गौर | SDO विश्रामगंज | SDO कार्यालय, पन्ना | 9424791154 | - |
श्री हेमंत यादव | SDO काल्दा | SDO कार्यालय, पन्ना | 9424791208 | - |
मिस कल्पना तिवारी | SDO पवई | SDO कार्यालय, पवई | 9424791209 | - |